उत्पाद सिपाही:- पिछले कुछ दिनों से झारखंड में कई सालों से लटकी हुई उत्पाद सिपाही का दौड़ चल रहा है जिसमे आए दिन ये सुनने को मिल रहा है कि किसी न किसी सेंटर से अभ्यर्थियो की मौत हो गई है।
गिरिडीह सेंटर पर एक और युवक का गया जान
उत्पाद सिपाही :- दरअसल मामला झारखंड में हो रहे झारखंड उत्पाद सिपाही का दौड़ का है जिसमे अभी तक कुल 16 अभ्यर्थियों की जान जा चुकी है वही सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों बेहोश हो गए हैं उनमें से कई पागल भी हो गए हैं इसके बाद सरकार ने दौड़ के नियमों में कुछ बदलाव किए थे इसके बाद भी मौत का ये आंकड़ा रुक नही रहा है। आए दिन सुनने को मिल रहा है कि अभ्यर्थी बेहोश होने के बाद उनका मौत हो जा रहा है। शुक्रवार की सुबह गिरिडीह से ये खबर सामने आई है की राजधनवार का निवासी 28 वर्षीय दर्शन राय ने दम तोड दिया।
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मेडिकल व्यवस्था सही नही होने का आरोप
उत्पाद सिपाही :- घटना को लेकर मृतक के चचेरा भाई चंदन राय ने बताया कि दर्शन सिपाही की बहाली में शामिल होने आया था। शुक्रवार की सुबह वह दौड़ में शामिल हुआ।दौड़ के दौरान उसने 8 किलो मीटर पूरा भी कर लिया इसके बाद उसकी सांस फूलने लगी। तबियत बिगड़ने के बाद उसे प्रशासन के द्वारा ही किसी तरह सदर अस्पताल लाया गया। यहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।चंदन राय ने बताया कि जहां दौड़ हो रही है वहां मेडिकल व्यवस्था पर्याप्त नहीं है। इसी लापरवाही के कारण युवक की जान चली गई है।
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मेडिकल व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
इधर, शुक्रवार को ही छह अभ्यर्थी बीमार पड़ गए। जिनकी तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया है उनमें हजारीबाग के खुशनवाज आलम, निमियाघाट के संतोष कुमार, सरिया के राजकुमार सिंह, धर्म दास पश्चिमी सिंघभूम, कोडरमा के त्रिभुवन यादव और रामगढ़ के बबलू बेदीया शामिल हैं। घटना की सूचना मिलने पर आम लोगों के साथ विपक्ष भी उठा रहे हैं सवाल आखिर इतना लापरवाह कैसे हो सकती है मेडिकल टीम?